
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने हाल ही में 56वीं GST परिषद की बैठक (3 सितंबर 2025) में घोषित GST 2.0 reforms India का स्वागत किया। CII ने इसे भारत के कर ढांचे में “महत्वपूर्ण मील का पत्थर” करार दिया। ये सुधार सरल, निष्पक्ष और विकासोन्मुख कर प्रणाली की दिशा में निर्णायक कदम हैं, जो Viksit Bharat 2047 की आकांक्षाओं से पूरी तरह मेल खाते हैं।
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GST 2.0 सुधार: भारत के लिए परिवर्तनकारी कदम
भारत उच्च कर अर्थव्यवस्था से निम्न कर अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। GST 2.0 reforms India इस दिशा में साहसिक और परिवर्तनकारी कदम हैं।
GST 2.0 के मुख्य फायदे:
- पारदर्शिता में वृद्धि: कर प्रक्रियाओं को आसान और स्पष्ट बनाया गया।
- निवेश में वृद्धि: घरेलू और विदेशी निवेश आकर्षित होंगे।
- व्यवसायों को सशक्तिकरण: MSMEs और छोटे उद्यमों को बढ़ावा।
- समावेशी आर्थिक विकास: किसान, कारीगर और आम नागरिक लाभान्वित होंगे।
MSMEs के लिए GST 2.0 सुधार
MSMEs के लिए GST 2.0 reforms India सबसे बड़े फायदे लाते हैं।
- सरलीकृत कर दरें: GST स्लैब मुख्य रूप से 5% और 18%।
- उत्पादन क्षमता में सुधार: कम कर दरों के कारण उत्पादन और निर्माण अधिक लाभदायक।
- नवाचार और रोजगार: MSMEs अब नवाचार, कौशल विकास और MSME growth पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
- स्थानीय उद्योगों को समर्थन: हस्तशिल्प और Channapatna toys जैसी पारंपरिक कारीगरी को समान कर दर मिली।
GST 2.0 और Ease of Doing Business
GST 2.0 से भारत में Ease of Doing Business में सुधार होगा।
- अनुपालन का बोझ कम होगा।
- स्थानीय और विदेशी निवेश आकर्षित होंगे।
- MSMEs और कारीगरों के लिए नई विकास संभावनाएँ और रोजगार अवसर।
- Viksit Bharat 2047 initiatives
विशेषज्ञों की राय
CII ने कहा, “GST 2.0 भारत के कर सुधारों में निर्णायक और विकासोन्मुख कदम है। यह न केवल MSMEs और कारीगरों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए आर्थिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा।”
निष्कर्ष
GST 2.0 reforms India भारत के कर ढांचे में सरलीकरण, निष्पक्षता और निवेश-अनुकूल वातावरण लाने का प्रतीक हैं। ये सुधार MSMEs, किसानों, कारीगरों और आम नागरिकों को सशक्त अवसर प्रदान करेंगे और Viksit Bharat 2047 की दिशा में भारत को मजबूत करेंगे।