
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 रोमांचक मोड़ पर है। भारत लॉर्ड्स टेस्ट में 22 रन से हारकर सीरीज में 1-2 से पीछे है और अब सबकी निगाहें 23 जुलाई से मैनचेस्टर में शुरू होने वाले चौथे टेस्ट पर टिकी हैं। हालांकि, इस अहम मुकाबले से पहले टीम इंडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती है—नंबर 3 बल्लेबाज़ के चयन की।
क्या करुण नायर को एक और मौका मिलना चाहिए? या युवा साई सुदर्शन को उतारना चाहिए? आइए जानते हैं इस बहस पर विशेषज्ञों की राय और टीम की रणनीति।
🔎 करुण नायर: घरेलू हीरो, लेकिन विदेशी धरती पर नाकामी
33 वर्षीय करुण नायर ने आठ साल बाद टेस्ट टीम में वापसी की है, लेकिन 6 पारियों में सिर्फ 131 रन बनाकर उनकी जगह पर सवाल खड़े हो गए हैं। उन्होंने 30s और 40s की अच्छी शुरुआतें की हैं, लेकिन कोई भी पारी शतक में तब्दील नहीं हो सकी।

पूर्व चयनकर्ता देवांग गांधी ने कहा:
“यह दौरा करुण के लिए काफी कठिन साबित हो रहा है। वह तेज गेंदों के खिलाफ लेट दिख रहे हैं। अगर उन्हें इस टेस्ट में भी बड़ा स्कोर नहीं मिला, तो फिर अगले बल्लेबाज के साथ अन्याय होगा।”
पूर्व विकेटकीपर फऱूख इंजीनियर ने भी साफ कहा कि:
“नंबर 3 बल्लेबाज से खूबसूरत 30 नहीं, बल्कि जरूरी 100 की उम्मीद होती है। करुण को रन बनाने होंगे वरना उनकी जगह खतरे में है।”
🧠 दीप दासगुप्ता और साई सुदर्शन की दावेदारी

पूर्व भारतीय विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने कहा कि टीम को अब फैसला लेना होगा—या तो करुण को बाकी बचे टेस्ट में मौका दो, या फिर साई सुदर्शन को चौथे टेस्ट में उतारो और उन पर भरोसा जताओ।
“करुण विकेट नहीं फेंकते, लेकिन वह 60-70 ओवर तक टिकने में नाकाम रहे हैं। एक नंबर 3 को सिर्फ स्लाइड रोकने वाला नहीं, बल्कि लंबी पारी खेलने वाला होना चाहिए।”
गौरतलब है कि सुदर्शन ने पहले टेस्ट में डेब्यू किया था, लेकिन बाद में उन्हें बाहर कर दिया गया ताकि अतिरिक्त ऑलराउंडर को शामिल किया जा सके। अब फिर से उनका नाम चर्चा में है।
💬 मोहम्मद कैफ़ का समर्थन: “घबराकर बदलाव न करें”
इन आलोचनाओं के बीच, मोहम्मद कैफ करुण नायर के समर्थन में सामने आए हैं। उन्होंने कहा:
“जब भारत हारता है, तो घबरा जाता है और बदलाव करता है। लेकिन जीत के बाद वही प्लेइंग इलेवन बनी रहती है। मैं मानता हूँ कि लॉर्ड्स टेस्ट हारने के बाद भी हमें उसी टीम को मैनचेस्टर में खिलाना चाहिए।”
कैफ ने यह भी जोड़ा कि करुण नायर ने शुरुआत तो अच्छी की है, लेकिन उन्हें एक और अवसर मिलना चाहिए क्योंकि खिलाड़ियों को निरंतरता से आत्मविश्वास मिलता है।
🌥️ मैनचेस्टर में चुनौतीपूर्ण हालात
मौसम विभाग के अनुसार, मैनचेस्टर में बादल और हवा दोनों रहने वाले हैं। ऐसे में नए गेंद के खिलाफ शुरुआत करना मुश्किल होगा। टीम इंडिया को यह सोचना होगा कि वो एक ऐसे बल्लेबाज़ को मैदान पर उतारे जो मानसिक और तकनीकी रूप से तैयार हो।

🏆 टीम इंडिया की मजबूती: युवा ब्रिगेड का कमाल
बिना विराट कोहली, रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी के यह टीम अब तक अच्छा प्रदर्शन कर चुकी है। मोहम्मद कैफ ने इस युवा टीम की सराहना करते हुए कहा:
“जब यह टीम इंग्लैंड पहुंची थी, तब लोग 0-4 की हार की भविष्यवाणी कर रहे थे। लेकिन इस टीम ने सभी को चौंकाया है। गिल ने कप्तान और बल्लेबाज दोनों के रूप में मोर्चा संभाला है।”
✅ निष्कर्ष: करुण को मौका या सुदर्शन पर भरोसा?
मैनचेस्टर टेस्ट सिर्फ सीरीज में वापसी का मौका नहीं है, बल्कि करुण नायर के टेस्ट करियर के लिए ‘करो या मरो’ की स्थिति है।
अगर उन्हें चौथे टेस्ट में मौका मिलता है और वह बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहते हैं, तो यह शायद उनका अंतिम टेस्ट मैच हो सकता है। वहीं साई सुदर्शन, जो भविष्य की उम्मीद हैं, उन्हें अभी से जिम्मेदारी देना समझदारी होगी या नहीं, यह देखना दिलचस्प होगा।
शुभमन गिल और गौतम गंभीर के लिए यह चयन एक परीक्षा है—क्या वे घबराकर बदलाव करेंगे, या फिर भरोसा जताकर खिलाड़ियों को संभालेंगे?